CMS_COP13प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण को लेकर 13वां कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज़ यानी कॉप-13, गुजरात के गांधीनगर में आयोजित किया जाएगा।17 फरवरी से 22 फरवरी तक चलने वाले सीएमएस कॉप-13 में दुनिया भर के कई देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे और तेज़ी से लुप्त होती प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण के बारे में चर्चा करेंगे।नए वैश्विक जैवविविधता ढांचे में प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण और प्राथमिकताओं पर मंथन के लिए कॉप -13 से ठीक पहले मंत्रियों, सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय वार्ता हुई। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमें अन्य देशों के अनुभवों और सफलता की कहानियों से भी सीखना चाहिए जो जैव विविधता को जीवित रखने में हमारी मद्दद करेंगे। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने सम्मेलन को महत्वपूर्ण बताते हुए सफल और सार्थक होने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि सरकार, वैज्ञानिकों और अन्य लोगों के सामूहिक प्रयासों की वजह से प्रवासी प्रजातियों को संरक्षित कर पाने में सफलता मिली है।उच्चस्तरीय बैठक में अक्टूबर 2020 में अगले 10 वर्षों के लिए संयुक्त राष्ट्र के कन्वेंशन ऑन माइग्रेटरी स्पीशीज (सीएमएस) यानी प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है।कांफ्रेस ऑफ पार्टीज सम्मेलन के घोषणा पत्र में प्रजाति प्रवासियों के संरक्षण से जुड़े मुद्दे को शामिल किया जाएगा। सम्मेलन का मकसद विभिन्न प्रकार की जैव-विविधता के बीच तालमेल स्थापित करना है। दरअसल, प्रवासी प्रजातियों पर सम्मेलन का 13वां कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज... प्रवासी जीवों और उनके प्राकृतिक वास के संरक्षण और दीर्घकालिक प्रयोग के साथ ही उन राष्ट्रों को साथ लाने के लिए एक वैश्विक मंच है जहां से प्रवासी प्रजाति गुजरते हैं। इस सम्मेलन में करीब 130 देश प्रतिभागी हैं। - Study24x7
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472 followers study24x7 17 Feb 2020 04:03 PM study24x7 study24x7

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