हरियाणा करेगा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 की मेजबानी
हरियाणा के मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री, किरेन रिजिजू ने इस 25 जुलाई को यह घोषणा की है कि, हरियाणा चतुर्थ (4थ) खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) की मेजबानी करेगा. वर्तमान में ये खेल टोक्यो ओलंपिक के बाद आयोजित होने वाले हैं.
मुख्य विशेषताएं
• केंद्रीय खेल मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित खेलो इंडिया यूथ गेम्स ने देश भर में जमीनी स्तर पर ऐसी खेल प्रतिभाओं की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिन्होंने फिर, भारत का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया.
• किरेन रिजिजू ने यह स्वीकार किया कि, हरियाणा में एक बहुत मजबूत खेल संस्कृति है और इसने भारत को अपने कुछ सर्वश्रेष्ठ एथलीट दिए हैं.
• खेलो इंडिया यूथ गेम्स आमतौर पर हर साल जनवरी में आयोजित किये जाते हैं. हालांकि, इस साल कोविड -19 महामारी के कारण इन खेलों के आयोजन में देर हो गई. कुल 10,000 से अधिक प्रतिभागियों सहित भारत के सभी राज्य इन खेलों में भाग लेंगे.
• हरियाणा के मुख्यमंत्री ने यह बताया कि, आगामी कार्यक्रम भव्य होगा क्योंकि पंचकुला एक बहु-खेल कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए बेहतरीन बुनियादी खेल सुविधाओं से सुसज्जित है.
खेलो इंडिया युवा खेलों में हरियाणा का पिछला प्रदर्शन
हरियाणा के मुख्यमंत्री, मनोहर लाल खट्टर ने यह बताया कि, इससे पहले तीनों बार KYIG में हरियाणा राज्य का लगातार अच्छा प्रदर्शन रहा है.
वर्ष 2019 और वर्ष 2020 के खेलो इंडिया यूथ गेम्स में, हरियाणा दूसरे स्थान पर (वर्ष 2019 में कुल 159 पदक और वर्ष 2020 में कुल 200 पदक) रहा जबकि, वर्ष 2018 में आयोजित KYIG में हरियाणा ने कुल 102 पदक (26 रजत, 38 स्वर्ण और 38 कांस्य) जीते.
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि, हरियाणा के कई एथलीटों को पहले से ही खेलो इंडिया योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बारे में
खेलो इंडिया यूथ गेम्स, जिन्हें पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के रूप में जाना जाता था, प्रत्येक वर्ष जनवरी या फरवरी में आयोजित किये जाते हैं.
भारत में राष्ट्रीय स्तर पर जमीनी स्तर के ये खेल निम्नलिखित दो श्रेणियों के लिए आयोजित किए जाते हैं - 21 वर्ष से कम आयु के कॉलेज स्टूडेंट्स और 17 वर्ष से कम आयु के स्कूली छात्र.
इन खेलों के तहत, अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन के लिए विभिन्न खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए हर साल 1000 सर्वश्रेष्ठ बच्चों को 8 साल की समय अवधि के लिए 5,00,000 रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति दी जाती है.